हाल ही में आईसीसी वर्ल्ड कप के क्वालीफायर मुकाबले में नीदरलैंड बनाम ओमान के बीच बेहद रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। इस मुकाबले में नीदरलैंड के बल्लेबाज विक्रमजीत सिंह ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर का पहला शतक लगाया है। वही आपको बता दें कि विक्रमजीतसिंह नीदरलैंड टीम की तरफ से एकदिवसीय क्रिकेट में सेंचुरी ठोकने वाले 9 बल्लेबाज बन गए हैं। पंजाब में जन्मे विक्रमजीत सिंह ने क्रिकेट के मैदान पर नीदरलैंड टीम की तरफ से खेलते हुए लाजवाब प्रदर्शन करके दिखाया है। ओमान टीम के खिलाफ आईसीसी के विश्व कप क्वालीफायर के महत्वपूर्ण मुकाबले में विक्रमजीत सिंह ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ डाला। वही मैच खत्म हो जाने के बाद इनसे जब पूछा गया कि महेंद्र सिंह धोनी के 7 नंबर की जर्सी लेने की क्या थी वजह तो, विक्रमजीत सिंह ने अपने बयान से सभी भारतीय लोगों का दिल जीत लिया है।
सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी को मानते हैं अपना आदर्श
आपको बता दें कि नीदरलैंड टीम के बेहतरीन बल्लेबाज विक्रमजीतसिंह पंजाब के एक छोटे से गांव में जन्म लिए थे 7 साल की उम्र में वह नीदरलैंड शिफ्ट हो गए थे। लेकिन विक्रमजीत सिंह ने क्रिकेट की सारी तरकीबें भारत में ही सीखी है विक्रमजीत सिंह ने साल 2015,2016, 2019 और साल 2020 में भारत में ही रह कर अपने बल्लेबाजी को इतना शानदार बनाया है। चंडीगढ़ में स्थित गुरु सागर क्रिकेट एकेडमी में विक्रमजीत सिंह ने अपने क्रिकेट की कोचिंग करी है और अपने बल्लेबाजी स्किल को और भी बेहतर बनाया है। वहीं भारत में जन्मे विक्रमजीत सिंह भले ही नीदरलैंड टीम की तरफ से खेल रहे हो लेकिन उनका नाता भारत से काफी गहरा है और वह महेंद्र सिंह धोनी और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को अपना आइडल मानते हैं यही कारण है कि उन्होंने भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी के 7 नंबर को चुना है।
विक्रमजीत सिंह ने नंबर 7 जर्सी लेने की बताई बड़ी वजह
आपको बता दें कि जब विक्रम सिंह जीत से नंबर 7 की जर्सी लेने की वजह पूछी गई तो, उन्होंने बताया कि वह भारत के सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी को अपना आइडल मानते हैं। इसके बाद उन्होंने कहा की उन्हें भारत में ही नहीं बल्कि पूरे दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। यही कारण था कि वह इन दोनों खिलाड़ियों के जर्सी का नंबर लेकर खेलना चाहते थे। आपको बता दें कि विक्रमजीत सिंह पहले सचिन तेंदुलकर के जर्सी नंबर 10 को लेकर खेलना चाहते थे, लेकिन यह नंबर किसी और खिलाड़ी के पास मौजूद था, तो उन्होंने कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के जर्सी नंबर 7 को लेने का फैसला किया।
अपने करियर का ठोका पहला वनडे शतक
20 साल के बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज विक्रम सिंह जीतने नीदरलैंड टीम के तरफ से खेलते हुए साल 2019 में अपना डेब्यू किया था। इसके बाद से इस खिलाड़ी का प्रदर्शन हमेशा से लाजवाब रहा और उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। विश्व कप के क्वालीफायर मुकाबले में ओमान टीम के खिलाफ विक्रमजीत ने अपने वनडे करियर का पहला शतक जड़कर अपने आप में एक रिकॉर्ड कायम किया है। आपको बता दे कि इस बल्लेबाज ने 109 गेंदों पर 110 रन की शानदार पारी खेली जिनमें 11 चौका और 2 छक्का शामिल है।
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