आपको बताया नहीं कि भारतीय टीम एकमात्र ऐसी टीम है जो लगातार दो बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई करी है। इससे पहले साल 2021 में भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला गया था जिसमें न्यूजीलैंड की टीम चैंपियन बनी थी। वही आपको बता दें कि पिछले साल जब भारत फाइनल मुकाबला खेली थी तब टीम में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा इशांत शर्मा भी थे जिन्होंने अपने गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन करके दिखाया था। लेकिन आपको बता दें कि इस बार इशांत शर्मा भारतीय टीम के स्क्वाड से बाहर है और वह अपने सन्यास के अंतिम पड़ाव पर चल रहे हैं।
भारत के लिए इशांत शर्मा है महान गेंदबाज
आपको बता दें कि भारतीय टीम में तेज गेंदबाजों को लंबे समय तक खेलना बेहद मुश्किल होता है। इससे पहले कपिल देव एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं जो भारतीय टीम को लीड कर रहे थे लेकिन उनके जाने के बाद इशांत शर्मा ही ऐसे गेंदबाज बने हैं जिन्होंने 100 टेस्ट मुकाबलों में गेंदबाजी करी है। यहां तक कि जहीर खान जैसे महान गेंदबाज भी केवल 92 टेस्ट खेल पाए हैं। इशांत शर्मा ने अपना डेब्यू साल 2007 में किया था उन्होंने अपने करियर के शुरुआती मुकाबले में ही दिग्गज बल्लेबाज रिकी पोंटिंग को अपने गेंदबाजी से बहुत परेशान किया था। इसके बाद विशाल शर्मा ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते हुए लंबे समय तक भारतीय टीम का हिस्सा बने थे।
ऐसा रहा है इशांत शर्मा का करियर
आपको बता दे कि इशांत शर्मा एकदिवसीय फॉर्मेट में काफी साधारण गेंदबाजी करी है। लेकिन वे टेस्ट फॉर्मेट में बेहद घातक गेंदबाज बनके साबित हुए हैं। इशांत शर्मा ने भारतीय टीम के लिए कुल 105 टेस्ट मैच खेला है जिनमें से 311 विकेट अपने नाम किए हैं। वही इसके अलावा वनडे फॉर्मेट के बारे में बात करी जाए तो इशांत शर्मा ने 80 मुकाबलों में 115 विकेट हासिल किए हैं वही T20 क्रिकेट में 14 मुकाबलों में 8 विकेट प्राप्त हुआ है। वही इस सीजन में ईशांत शर्मा ने आईपीएल में भी काफी लाजवाब गेंदबाजी करके दिखाया उन्होंने दिल्ली कैपिटल टीम की तरफ से खेलते हुए 8 मुकाबलों में 10 विकेट चटकाए हैं।