भारतीय क्रिकेट टीम हो या फिर इंडियन प्रीमीयर लीग सालों से लोगों के जुबान से यह लाइन आप सभी लोग सुनते आ रहे हैं कि माही मार रहा है। और इस साल भी आईपीएल में तो चेन्नई की लगभग हर एक मुकाबले में यह लाइन गूंजते हुए सुनाई दे रही हैं। धोनी अपना फॉर्म लाजवाब प्रदर्शन करके दिखा रहे हैं। आईपीएल 2010 में धोनी का बल्ला ताबड़तोड़ बोल रहा है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि धोनी लंबी पारियां भले ही नहीं खेल रहे हो लेकिन जितनी भी गेम खेल रहे हैं पूरे मैच का रुख बदल डाल रहे हैं। कुछ ऐसा दृश्य भी 10 मई की दिन खेले गए दिल्ली कैपिटल के खिलाफ भी देखने को मिला।
जब दिल्ली के गेंदबाजों ने श्लो पिच का फायदा उठाते हुए सीएसके के बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही थी। चेन्नई के विस्फोटक बल्लेबाज दिल्ली के खिलाफ रन बनाने में काफी ज्यादा संघर्ष करते हुए दिखाई दिए। इस सीजन पहली बार चेन्नई की टीम 10 ओवर में एक भी छक्का नहीं लगा पाई। पहले 60 दिन बीते तो चेन्नई 3 विकेट गंवाकर केवल 66 रन ही बना पाई थी इसके बाद शिवम दुबे बल्लेबाजी करने के लिए आए तो मैच में थोड़ा रूख बदला। लेकिन इसके बाद शिवम दुबे भी केवल 12 गेंद में 25 रन बनाकर अपना विकेट गंवा बैठे।
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इसके बाद शिवम दुबे 15 ओवर में आउट हो जाने के बाद बल्लेबाजी करने के लिए आए रविंद्र जडेजा जिसके बाद सभी लोगों का जोश काफी ज्यादा बढ़ते हुए दिखाई दिया महेंद्र सिंह धोनी का इंतजार कर रहे हैं चेपॉक में बैठे लोगों का इंतजार अब खत्म होने वाला था उन्हें पता था कि 1 विकेट के बाद महेंद्र सिंह धोनी की मैदान में एंट्री हो जाएगी। इसके बाद 17 ओवर में विकेट गिरते ही धोनी बल्लेबाजी करने के लिए आते हैं। वही फिर दूसरी गेंद पर खलील अहमद ने अपने ओवर में अंबाती रायडू को कैच आउट कराकर पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद खलील अहमद ने धोनी को पहली दो गेंद ए डॉट बॉल फेंकी इसके बाद तीसरी गेंद पर उन्होंने सिंगल लिया। इसके बाद फिर आठवें ओवर में धोनी को स्ट्राइक नहीं मिली जाडेजा ने यह पूरा होगा खुद ही खेल लिया।
मात्र 9 गेंदों में बदल डाला चेपौक के मैदान का रुख
आपको बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी ने केवल 9 गेंद खेलकर मैदान का पूरा रुख बदल डाला। 19 ओवर लेकर आए खलील अहमद के पहली दो गेंदों पर धोनी और जडेजा ने सिंगल लिए फिर आया तीसरा गेंद जिस पर महेंद्र सिंह धोनी ने खतरनाक तरीके से मिडविकेट के ऊपर से छलांग लगा डालें। इसके बाद अगली गेंद फिर से विकेट के दूर से 138 की रफ्तार से गेंद धोनी ने काफी तेजी से बदला घुमाया और जैन चौके के लिए 3rd मैन की तरफ से निकल गई। इसकी अगली गेंद पर 2 रन दिए और फिर ओवर की आखिरी गेंद पर धोनी ने इसे भी स्टैंड में लंबा छक्का दे मारा। महेंद्र सिंह धोनी ने केवल 9 गेंद खेलकर पूरे मैदान को जोश और जुनून से भर डाला।