हनुमा विहारी वर्तमान समय में एक ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जो आने वाले लंबे समय तक क्रिकेट के इतिहास में इस खिलाड़ी का नाम एक योद्धा के रूप में लिया जाएगा। क्योंकि इस खिलाड़ी ने सिखाया अंत तक हार नहीं मानना चाहिए। अब आप सभी यही सोच रहे होंगे कि हनुमा विहारी तो किसी नेशनल टीम के लिए भी अभी तक नहीं खेला है तो इन्होंने ऐसा क्या कारनामा किया जिससे इनका नाम इतिहास के पन्नों में लिया जाएगा। तो आइए जानते हैं हनुमा विहारी ने कुछ ऐसा कर दिया है जो इस वक्त घरेलू क्रिकेट, नेशनल और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट सभी में इनके चर्चे हो रहे हैं।
दरअसल वर्तमान समय में घरेलू क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी चल रहा है। इसी टूर्नामेंट में रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश बनाम आंध्र प्रदेश के बीच आमना-सामना हुआ। आंध्र प्रदेश टीम के कप्तान हनुमा विहारी है जिन्हें टीम की पहली पारी में बुरी तरह से चोटिल हो गए थे, जिसके चलते उनकी कलाई भी टूट गई थी। लेकिन अपने जुनून के आग को दिखाते हुए दूसरी पारी में उसी टूटी हुई कलाई से बल्लेबाजी करने के लिए मैदान में उतर आए।
टूटी हुई कलाई से उतर आए बल्लेबाजी करने के लिए
हनुमा विहारी को पहली पारी में बेहद बुरी तरीके से चोट लग गई थी। जिसके चलते इन्हें मैच को छोड़कर जाना पड़ा था और सभी को यही लग रहा था कि अब हनुमा विहारी दूसरी पारी में बिल्कुल भी बल्लेबाजी करने नहीं आएंगे। लीचिंग तभी सभी को हैरान करते हुए हनुमा विहारी ने दूसरी पारी में अंतिम बल्लेबाज के रूप में मैदान बल्लेबाजी करने के लिए उतर आए। इस दृश्य को देखकर सभी हैरान रह गए। हनुमा विहारी ने 16 गेंदों में 15 रन ही बनाए लेकिन यही रन क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
आवेश खान की गेंदबाजी में हुए थे चोटिल
रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में आंध्रप्रदेश बनाम मध्यप्रदेश के बीच घमासान हुआ। इस मैच में हनुमा विहारी ने बल्लेबाजी करते हुए मध्यप्रदेश के तेज गेंदबाज आवेश खान की बाउंसर वाली गेंद पर चोटिल हो गए थे। जिसके चलते हनुमा विहारी को तुरंत मैदान के बाहर जाना पड़ा था।
Do it for the team. Do it for the bunch.
Never give up!!
Thank you everyone for your wishes. Means a lot!! pic.twitter.com/sFPbHxKpnZ— Hanuma vihari (@Hanumavihari) February 1, 2023