कल भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला गया। यह मुकाबला बेहद रोमांचक साबित हुआ। दोनों टीम आपस में जोरदार टक्कर देती है लेकिन टीम इंडिया इस मुकाबले को 4 विकेट से जीतने में सफल रही। टीम इंडिया की तरफ से विराट कोहली 82 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को जीत दिलाते हैं।
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला करते हैं। हालांकि इनका यह निर्णय पूर्ण रूप से सत्य हुआ। एक समय ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया इस मुकाबले को हार जाएगी लेकिन विराट कोहली ने हिम्मत नहीं हारी टीम को जीत दिला कर रहे।
टॉस हारने के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाज मैदान पर उतरते हैं। टीम के कप्तान बाबर आजम जीरो रनों पर पवेलियन लौट जाते हैं। अर्शदीप सिंह ने बाबर आजम को दूसरे और के पहले गेंद पर डक आउट किया। साथ ही पाकिस्तान के विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान 4 रन बनाकर पवेलियन लौट जाते हैं। टीम के सलामी बल्लेबाज शान मसूद और इफ्तिखार अहमद टीम के लक्ष्य को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं यह दोनों बल्लेबाज अर्धशतकीय पारी खेलने में सफल होते हैं। पाकिस्तान निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 159 रन टीम इंडिया के सामने रखते हैं।
विराट कोहली ने खेली तूफानी पारी
पाकिस्तान टीम द्वारा बनाए गए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टीम इंडिया मैदान पर उतरती है। टीम इंडिया के शुरुआती बल्लेबाजी बेहद खराब साबित होती है। शुरुआती दौर में रोहित शर्मा और केएल राहुल क्रमशः 4 ,4 रन बनाकर पवेलियन लौट जाते हैं।
इन दोनों बल्लेबाजों के आउट होने पर मैदान पर विराट कोहली और हार्दिक पांड्या पारी को संभालते हैं। विराट कोहली शुरुआती दौर में थोड़े आराम से खेलते हुए नजर आते हैं लेकिन 10 ओवर के बाद हार्दिक पांड्या और विराट कोहली पाकिस्तान के ऊपर पूरी तरह से टूट पड़ते हैं।
विराट कोहली 53 गेंदों पर 82 रनों की धमाकेदार पारी खेलकर टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाए। इस पारी में उन्होंने 4 छक्के और 6 चौके जड़े। साथ ही हार्दिक पांड्या टीम के लिए 40 रनों की अहम पारी खेलते हैं। इस पारी में उन्होने 2 छक्के तथा 1 चौके जड़े। लास्ट गेंद पर अश्विन सिंगल लेकर टीम को जीत दिलाते हैं। इसी के साथ टीम इंडिया इस मुकाबले को 4 विकेट से जीत जाती है।
विराट कोहली ने रचा इतिहास
आईसीसी लिमिटेड ओवर टूर्नामेंट में सर्वाधिक 50+ स्कोर
24 – विराट कोहली *
23 – सचिन तेंदुलकर
22 – रोहित शर्मा
21 – क्रिस गेल
21 – के संगकारा
21 – एम जयवर्धने