आपको यह सुनकर हैरानी हो रही होगी की। कैसे कोई गेंदबाज इतने गेंद को फेंक सकता है। जी हां विश्व में ऐसे बहुत गेंदबाज हैं जिन्होंने यह कारनामा करके दिखाया है। आज हम ऐसे कुछ गेंदबाजों के बारे में बताएंगे। जिन्होंने 50,000 से अधिक गेंद अंतरराष्ट्रीय मैचों में फेंके हैं। अंतरराष्ट्रीय मैचों में गेंदबाजी करना सबके बस की बात नहीं होती है। यह अवसर कुछ खास लोगों को ही प्राप्त होता है। वर्तमान समय में कोई बेटी थोड़ी कमजोर पड़ जाती है तो विरोधी टीम के गेंदबाज शानदार प्रदर्शन करते हुए नजर आते हैं।
वर्ल्ड के कुछ ऐसे गेंदबाज उन्होंने यह कारनामा करके दिखाया है इस लिस्ट में कई दिग्गज गेंदबाज शामिल हैं। जिसमें अनिल कुंबले, कर्टनी वाल्स, जेम्स एंडरसन, ब्रेट ली, एम मार्शल, मुथैया मुरलीधरन, वसीम अकरम, रविचंद्रन अश्विन इन सभी गेंदबाजों ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।
आज हम आपको ऐसे तीन गेंदबाज के नाम बताएंगे। जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय में 50,000 से अधिक गेंदे फेंके हैं।
शेन वार्न-इस लिस्ट में पहले नंबर पर शेन वार्न का नाम आता है। ये एक स्पिनर के रूप में गेंदबाजी करते हैं। इनके जैसा स्पिनर आज तक इस दुनिया में पैदा नहीं हुआ है। क्योंकि यह गेंद को इस प्रकार फेकते हैं कि बल्लेबाज भी चकम खा बैठता है। ऑस्ट्रेलिया टीम में इन्होंने 340 मुकाबले खेलते हुए 1001 विकेट चटकाए। 339 मैचों में शेन वॉर्न विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को 51347 गेंदें डाले। इन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर में 38 बार पांच विकेट चटकाए हैं। लेकिन दुखद बात यह है कि अब से हारना इस दुनिया में नहीं रहे।
अनिल कुंबले-भारतीय टीम के सलामी गेंदबाज अनिल कुंबले इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर अपने जगह को बरकरार बनाए हैं। अनिल कुंबले बातौर स्पिन गेंदबाज टेस्ट क्रिकेट में शेन वार्न और मुथैया मुरलीधरन के बाद तीसरे सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज हैं। इन्होंने अब तक 403 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं। इन्होंने अपने पूरे इंटरनेशनल क्रिकेट कैरियर में 55346 गेंदे डाली। इतनी गेंदे डालने के बाद अनिल कुंबले 28767 रन भी खर्च किए। अपने करियर में इन्होंने 37 बार 5 विकेट चटकाने का कारनामा कर चुके हैं। साथ ही इन्होंने 8 बार 10 विकेट चटकाने का कारनामा कर चुके हैं। पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट क्रिकेट में इन्होंने 20 विकेट चटकाए थे।
मुथैया मुरलीधरन- मुथैया मुरलीधरन धीमी गति से गेंदबाजी करते हुए नजर आते हैं। मुरलीधरन अपने पूरे टेस्ट कैरियर में श्रीलंकन टीम के लिए 800 विकेट चटकाने वाले पहले अंतर्राष्ट्रीय गेंदबाज हैं। इन्होंने 19 साल से ज्यादा क्रिकेट खेलते हुए 495 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। इस दौरान मुरलीधरन गेंदबाजी करते हुए 63132 गेंदे टीम के गेंदबाजों को खिलाएं हैं। मुरलीधरन अपने क्रिकेट कैरियर में कुल 77 बार पांच विकेट जबकि 22 बार 10 विकेट लेने का मांग कर चुके हैं।