आज भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट का दूसरा मुकाबला समाप्त हुआ, इस मुकाबले में टीम इंडिया 3 विकेट से जीतने में सफल रही। इस जीत के साथ टीम इंडिया इस सीरीज को 2-0 से जीत चुकी है। इस मुकाबले में चेतेश्वर पुजारा के शानदार प्रदर्शन के लिए इनको मैन ऑफ द सीरीज चुना जाता है।
प्रथम श्रेणी में खेलने का मिला लाभ
चेतेश्वर पुजारा ने पुरस्कार मिलने के बाद कहा,
‘यह एक बेहतरीन प्रतिस्पर्धी सीरीज रही है। मैं अपने खेल पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मैंने बहुत सारे प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले और फिर अपने खेल पर काफी काम किया, जिससे मुझे यहां रन बनाने में मदद मिली।”
पुजारा ने इस सीरीज़ में अच्छा प्रदर्शन के पीछे प्रथम श्रेणी क्रिकेट को श्रेय दिया। उन्होंने कहा,
‘कई बार टेस्ट मैचों के बीच काफी गैप होता है, इससे आपको तैयारी करने में मदद मिलती है। मुझे लगता है कि सुधार के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना वास्तव में महत्वपूर्ण है। आपको मानसिक रूप से तैयार रहने की जरूरत है और मेरा मानना है कि अगर आप मानसिक रूप से मजबूत हैं और अच्छी तैयारी करते हैं तो आप अच्छे होंगे।’
दोनों मुकाबले में बनाए 222 रन
बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मुकाबले में चेतेश्वर पुजारा दो मैचों की चार पारियों में 222 रन बनाए। इस 222 रनों के लक्ष्य में इन्होंने एक शतक भी जमाए है। वही आपको बता दें पुजारा ने पहले टेस्ट मैच के पहले पारी में 91 रनों की बेमिसाल पारी खेले थे। इसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में ताबड़तोड़ 102 रनों की नाबाद पारी खेली।
हालांकि दूसरे मुकाबले में इनका प्रदर्शन शानदार नहीं रहता है, दूसरे मुकाबले के पहले पारी में इन्होंने 24 रनो का योगदान दिए, वहीं दूसरी पारी में महज 6 रन बनाकर आउट हो गए थे।