भारत और वेस्टइंडीज के कुल पांच वनडे की सीरीज में चौथे सीरीज में टीम इंडिया ने 59 रनों से जीत हासिल कर ली है। इसी के चलते टीम इंडिया ने 3-1 से अज्ञेय हासिल कर ली है। निकोलस पूरन ने टॉस जीतकर पहले रोहित शर्मा की टीम को बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। भारतीय टीम ने 20 ओवर में पांच विकेट खोते हुए 191 रनों का लक्ष्य वेस्टइंडीज के सामने रखते हैं जवाब में मेजबान टीम 135 रनों पर ऑलआउट हो जाती है। इसी के साथ टीम इंडिया ने दोनों सीरीज को अपने नाम कर ली है।
ऋषभ पंत छह चौकों की मदद से 44 रन की पारी खेलते हैं। जो टीम में सर्वाधिक थी। रोहित शर्मा 3 छक्के और 2 चौकों की मदद से 33 रनों की पारी खेलते हैं। अंतिम के श्रेणी में देखा जाए तो अक्षर पटेल 8 गेंदों में 20 रनों की पारी खेलते हैं। उन्होंने 2 छक्के और 1 चौके लगाए थे। इसी के साथ दीपक हुड्डा ने भी 21 रनों का योगदान दिया। दिनेश कार्तिक इतने अच्छे फार्म में नजर नहीं आए। इन्होंने 6 रन बनाकर पवेलियन लौट जाते हैं।
संजू सैमसन ने 30 रनों की नाबाद पारी खेली। इसी के बदौलत भारतीय टीम 191 रनों का लक्ष्य वेस्टइंडीज के सामने रखती है। जवाब में मेजबान टीम 135 रन ही बना पाती है। वेस्टइंडीज के खिलाड़ी रोमन पावेल और निकोलस पूरन 24-24 रनों की पारी खेली। लेकिन अपनी टीम को जीत दिलाने में असफल रहे। इस सीरीज में अर्शदीप सिंह का कमाल की गेंदबाजी की। इन्होंने 3.1 ओवर में 12 रन देते हुए 3 विकेट चटकाए। इसी के साथ अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई और आवेश खान भी दो-दो विकेट चटकाए।
रोहित शर्मा ने लगाई रिकार्ड की झड़ी
रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में टीम को 35 मैचों में से 29 मैचों में जीत दिलाई है। यह रोहित शर्मा के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
निकोलस पूरन के इस गलती ने सीरीज को हाथ से गवाया
निकोलस पूरन अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए वह अपने आक्रामक रूप में खेलने लगे। जिस कारण उन्होंने अपना विकेट गंवा बैठते हैं। ब्रेंडन किंग ने भी इस सीरीज में 8 रन ही बना पाए। बड़े खिलाड़ियों के आउट हो जाने के बाद टीम में काफी ज्यादा दबाव बन जाता है। जिस कारण विकेट पर विकेट गिरने लगता है। और वेस्टइंडीज की टीम 135 रनों पर ऑल आउट हो जाती है।