T20 वर्ल्ड कप में विश्व कप जीतने का सपना चकनाचूर हो गया है। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला हारने के बाद कई अभिनेता टीम इंडिया के ऊपर भड़क चुके हैं। लेकिन इसी दौरान बॉलीवुड इंडस्ट्री के कमाल राशिद खान भी अपनी अपत्तिजनक प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। आइए जाने क्या है पूरा माजरा।
टीम की कप्तानी हार्दिक पांड्या को सौंपो : कमाल राशिद खान
आर खान ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो साझा किए है। जिसमें इन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को खूब बुरा भला कहा है। मैच समाप्त होने के बाद वीडियो के जरिए कहते हैं कि,
‘मेरा मानना है कि विराट कोहली (Virat Kohli), रोहित (Rohit Sharma), राहुल, भुवनेश्वर, अश्विन ये लोग टी-20 मैच खेलने के काबिल नहीं हैं। वास्तव में टीम में इनकी जगह ही नहीं बनती थी। टीम इंडिया का कैप्टन हार्दिक (Hardik Pandya) और बाकी के जो यंग खिलाड़ी हैं होना चाहिए था। जैसे कि संजू सैमसन।’
डरे हुए थे रोहित और राहुल : कमाल राशिद खान
केआरके (Kamaal R Khan) ने आगे कहा,
‘जब लोकेश राहुल और कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) बल्लेबाजी करने आए थे तब इन दोनों की ही पिंडलियां कांप रही थीं कि अब क्या होगा। केएल राहुल जल्दी आउट हो गए इसके बाद बल्लेबाजी करने आए कोहली। सच बात तो ये है कि विराट कोहली की भी पिंडलियां कांप रही थीं क्योंकि वो किसी भी बड़े मैच में परफॉर्म नहीं करता है। प्रैशर वाला गेम खेलने के लिए जिगरा चाहिए जो इन खिलाड़ियों के पास है ही नहीं।’
विराट के बल्लेबाजी के ऊपर उठाए सवाल
कोहली भाई ने 40 गेंद पर बनाए 50 रन लेकिन उसे कम से कम 80 रन बनाना चाहिए था। उसकी वजह से 30 रनों का टीम को नुकसान हुआ। इसी तरह रोहित ने भी 25 रन कम बनाए। इन दोनों ने ही टीम को बर्बाद कर दिया था। 50 रन कम बनाकर। विराट कोहली को खेलते हुए देखकर तो ऐसा लग रहा था कि वो सिर्फ 50 रन ही बनाने के लिए खेल रहा था।
आईसीसी को भी नहीं छोड़े : कमाल राशिद खान
केआरके ने सीधे तौर पर आईसीसी पर फिंक्सिंग के आरोप लगाते हुए कहा कि,
‘पाकिस्तान ने जैसे ही सेमीफाइल में प्रवेश किया वैसे इस बात ने जोर पकड़ लिया कि विश्व में जो भी हो रहा है वो स्क्रिप्ट के हिसाब से हो रहा है। किसको जीताना है किसको हराना है ये सब आईसीसी डिसाइड कर रही है। इसी स्क्रिप्ट के हिसाब से पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंची तो फिर उन्हें भारत को तो फाइनल पहुंचाना ही है। ऐसे में आईसीसी को बहुत ज्यादा फायदा होता।’