भारत में क्रिकेट को एक धर्म के रूप में माना गया है। तथा क्रिकेट के इस धर्म में खूब राजनीति भी चलती हुई नजर आती है। भारत क्रिकेट को बीसीसीआई संभालती है तथा इसके अंदर राजनीति खूब होती हैं। इनके राजनीति के चलते कई खिलाड़ियों का करियर बर्बाद हो जाता है। आज हम ऐसे तीन खिलाड़ी के बारे में बताएंगे जिनका करियर और आगे चलकर बर्बाद हो सकता है।
पृथ्वी शॉ
सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ लंबे समय से फस्ट क्लास क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन बोर्ड इस खिलाड़ी को लगातार नजरअंदाज करते हुए आ रही है। सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ियों ने पृथ्वी शॉ के टैलेंट को सराहा है। आखिरी बार पृथ्वी शॉ को श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में खेलते हुए देखा गया था। उसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ ने शतक भी जड़ा था, लेकिन फिर भी अभी बोर्ड के चयन समिति का ध्यान पृथ्वी शॉ पर नही गया है। कुछ क्रिकेट एक्सपर्ट्स पृथ्वी शॉ को अनफिट भी मानते हैं, उनका मानना है कि पृथ्वी शॉ का खराब फिटनेस ही उनको टीम में शामिल नही होने दे रहा है।
उमरान मलिक
भारत के वर्तमान समय से सबसे तेज गेंदबाज उमरान मलिक हैं। उमरान मलिक जम्मू-कश्मीर के हैं। वह लंबे समय से घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत के तरफ से उमरान मलिक ने टी20 में डेब्यू भी किया था, लेकिन फिर उनको टीम से बाहर कर दिया गया।
टी20 विश्व कप में सब अंदाजा लगा रहे थे कि उमरान मलिक को टीम में शामिल किया जायेगा, लेकिन लग रहा है बोर्ड के चयनकर्ता उमरान मलिक के तरफ ध्यान देना ही भूल गए हैं।
मोहम्मद शमी
भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का करियर एक समय में
शानदार चल रहा था, लेकिन बीच में उनको कोरोना हुआ और उसके बाद उनके करियर ने यू-टर्न ले लिया। कई सीरीज में उनको नजरअंदाज किया गया और अंत में एशिया कप से बाहर कर दिया गया। बाद में उनको टी20 विश्व कप में नही लिया गया।
जब जसप्रीत बुमराह को चोट लगी तो शमी को फिर से टीम में शामिल किया गया। शमी को वार्म-अप मैच में सिर्फ एक ओवर ही फेंकने को दिया गया। इससे साफ जाहिर होता है कि मोहम्मद शमी बोर्ड द्वारा नजरअंदाज किए जा रहे हैं।