भारत और न्यूजीलैंड के बीच T20 वर्ल्ड कप के बाद तीन मैचों की T20 सीरीज और तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज जारी थी। जो हाल ही में समाप्त हुई। हार्दिक पांड्या की अगवाई में हार्दिक पांड्या T20 सीरीज को 1-0 से अपने नाम करने में सफल रही। लेकिन एकदिवसीय सीरीज को न्यूजीलैंड 1-0 से जीती। न्यूजीलैंड दौरे 6 मैचों में 4 मैचों को बारिश के चलते मुकाबला रद्द किया गया था।
लेकिन इस सीरीज में टीम इंडिया के घातक बल्लेबाज विकेटकीपर संजू सैमसन को उनके काबिलियत के अनुसार मौका नहीं मिला है। जिसके बाद लोग सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। लेकिन संजू सैमसन के अलावा और भी कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिनको उनके काबिलियत के अनुसार टीम में मौका नहीं मिला है आइए जाने उन खिलाड़ी के बारे में।
वेंकटेश अय्यर
वेंकटेश अय्यर आईपीएल के पिछले सीजन में अपने प्रदर्शन से काफी लोगों को प्रभावित किए थे। इन्होंने 10 मुकाबले खेलते हुए 128.47 के स्ट्राइक रेट के साथ 370 रन जडे़ थे। हालांकि इस खिलाड़ी को देख लोगों ने इन्हें पांड्या का रिप्लेसमेंट भी मान लिया था। जब-जब हार्दिक पांड्या अनफिट हुए हैं
तब-तब इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में खेलने का मौका भी मिला है। इन्होंने नौ मैचों की 7 पारियों में 162.19 की स्ट्राइक रेट से 133 रन बनाए हैं। वहीं गेंदबाजी में इस खिलाड़ी ने 4 इनिंग्स में से 5 विकेट भी लिए। हालांकि इस खिलाड़ी को साउथ अफ्रीका ऑकलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ T20 सीरीज में शामिल तो किया गया लेकिन प्लेइंग इलेवन ने मौका नहीं मिला।
ऋतुराज गायकवाड
हाल ही में महाराष्ट्र के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने 159 गेंदों का सामना करते हुए 220 रनों की नाबाद पारी खेली। इस दौरान इन्होंने मैदान पर छक्के चौकों की बारिश कर देते हैं। 220 रनों के पारी में इन्होंने 10 चौके और 16 छक्के भी लगाए थे। लेकिन हैरानी की बात यह है कि ऋतुराज ने 49 ओवर में धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए 7 छक्के जड़ दिए। इन्होंने एक ओवर में 7 छक्के जडकर एक महा इतिहास रच दिया है। 2021 के आईपीएल में इन्होंने 16 मुकाबले खेलते हुए 136 .26 के स्ट्राइक रेट के साथ 635 रन बनाए हैं।
राहुल त्रिपाठी
आईपीएल के 2021 के सीजन में राहुल त्रिपाठी ने 14 मुकाबले खेलते हुए 158.24 की स्ट्राइक रेट के साथ 413 रन बनाए थे। राहुल के इस प्रदर्शन के बाद सबको यही लगा कि इस खिलाड़ी को अब टीम में मौका मिलेगा। T20 के लिए राहुल को आयरलैंड और इंग्लैंड की टीम में शामिल तो किया गया लेकिन एक भी बार खेलने का मौका नहीं मिला।