भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बाद टीम इंडिया की कप्तानी विराट कोहली के हाथों में थी। इन्हें किसी समय में टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट का कप्तान बनाया गया था। टीम इंडिया के साथ-साथ उन्होंने आईपीएल में भी रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की तरफ से कप्तानी करते हैं। इनके कप्तानी छोड़ने के बाद लोगों द्वारा तरह-तरह के बातें कर रहे है कि, कुछ लोगों का कहना है कि इन्होंने स्वयं से कप्तानी छोड़ी है। वहीं पर कुछ लोगों का कहना है कि दबाव के कारण कप्तानी छोड़ी हैं।
अब इस मामले को बीसीसीआई के एक अध्यक्ष ने साफ कर दिया है। बोर्ड के कोषाध्यक्ष ने कहा कि कोहली के पास बहुत ही क्षमता है। उनका कहना यह है कि किंग महान खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की बातें सोशल मीडिया पर फैलाए ही जाते हैं। लेकिन इन सभी बातों से मुझे कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
विराट ने खुद कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया था
एक कार्यक्रम के दौरान अरुण धूमल कहते हैं कि किंग कोहली कप्तानी छोड़ने का फैसला खुद से लिया था। उन पर कोई दबाव नहीं डाला गया था। हम उनके फैसले को स्वीकार करते हैं। जहां तक टीम में चयन के बाद की जाए तो यह सवाल चयनकर्ताओं पर निर्भर रहेगा। भारतीय बोर्ड बीसीसीआई ही नहीं सभी बोर्ड इनका का सम्मान करते हैं। धूमल जी आगे कहते हैं कि “रन मशीन फिर से अपने फाॅर्म में आए और पहले की तरह बल्लेबाजी करें। उनसे मेरी यही गुंजाइश है।
रन मशीन का बल्ला रहा शांत
हालांकि विराट कोहली का प्रदर्शन कुछ सालों से अच्छा नहीं रहा है। इन्होंने लगभग 2.5 वर्ष से कोई भी शतक नहीं जड़ा है। इन्होंने अपना आखिरी शतक बांग्लादेश की खिलाफ नवंबर 2019 में डे नाइट टेस्ट में जड़ा था। उसके बाद इन्होंने एक भी शतक नहीं जड़ा। आरसीबी के लिए आईपीएल में भी उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। इनके के परफॉर्मेंस को लेकर सवाल उठाए जा रहे है, कि यह खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए बोक्ष के समान है। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने इनको को टीम से बाहर निकालने की बात कर रहे हैं।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे हैं सीरीज में विराट कोहली को आराम दिया गया है। और आगे के सीरीज में भी इन्हें आराम दिया गया है। इनका चयन सीधे 27 अगस्त को एशिया कप में होगा। आपको बता दें एशिया कप में टीम इंडिया की स्क्वाड का ऐलान 8 अगस्त को होगा।