अपने पिता महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के पद चिन्हो पर चलते हुए अर्जुन तेंदुलकर ने भी बुधवार को रणजी ट्रॉफी की शुरुआत में गोवा के लिए शतक लगाया । मुंबई टीम से खेलने वाले अर्जुन अब अधिक मौके पाने के लिए गोवा की टीम से खेलने लगे है । अर्जुन ने गोवा की तरफ से खेलते हुए राजस्थान के खिलाफ मैच के दूसरे दिन अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक बनाया। गोवा क्रिकेट एसोसिएशन अकादमी ग्राउंड में खेले जा रहे मैच मे राजस्थान ने टॉस जीतकर पहले गोवा की टीम को बल्लेबाजी के लिए उतारा और मेजबान टीम गोवा को शुरुआती दो झटके जल्दी जल्दी लगे।इसके बाद सुयश प्रभुदेसाई ने पारी को संभालने के लिए स्नेहल कौथंकर (59) के साथ शतकीय साझेदारी की।
अर्जुन ने अपने पिता सचिन के रेकॉर्ड की बरबारी कर डाला
सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए अर्जुन और सुयश दोनों ने शतक जड़े हैं और मैच के दूसरे दिन गोवा को मजबूत स्थिति में ले गए। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 207 गेंदों की अपनी पारी में 16 चौके और दो छक्के की सहायता से 120 रन की पारी खेली । सचिन तेंदुलकर ने भी 1988 में अपने रणजी ट्रॉफी डेब्यू पर शतक बनाया था, सचिन ने गुजरात के खिलाफ अपना पहला शतक लगाया था। अपने पिता की तरह अर्जुन ने अपने रणजी ट्रॉफी डेब्यू मैच मे राजस्थान के खिलाफ शानदार शतक लगाया था । सचिन 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले एकमात्र क्रिकेटर भी हैं।
योगराज सिंह से क्रिकेट की ट्रेनिंग लेकर अर्जुन मैदान मे वापस लौटे
अर्जुन तेंदुलकर ने 178 गेंदों पर 12 चौके और दो छक्के कीसहायता से सेंचुरी लगाकेआर पिता सचिन के एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। अर्जुन का यह रिकॉर्ड है रणजी मैच में डेब्यू पर सेंचुरी पारी खेलने का। अर्जुन हाल ही मे युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह से क्रिकेट की ट्रेनिंग लेकर मैदान मे वापस लौटे है । योगराज सिंह ने कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को टीम इंडिया के लिए तैयार कर चुके हैं। बेटे युवराज सिंह को इंटरनेशनल लेवेल मे तैयार करने का श्रेय भी उनके पिता योगराज सिंह को ही जाता है