युवा बल्लेबाज रोहन पाटिल ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से खेले जा रहे महाराजा टी-20 ट्रॉफी में का से क्रिकेट जगत मे धमाल मचा दिया है . गुलबर्गा मिस्टिक्स की अपनी टीम की तरफ से खेलते हुये रोहन पाटिल मैसूर वारियर्स के खिलाफ 47 गेंद में नाबाद 112 रन (11 चौका, सात छक्का) की तूफानी पारी खेली। इस पारी की बदौलत रोहन पाटिल महाराजा टी-20 ट्रॉफी में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे. वहीं कल शुक्रवार को हुए मैच मे लगातार दूसरे मैच में भी उन्होंने विस्फोटक पारी खेली. इसी विस्फोटक पारी के कारण ही गुलबर्ग मिस्टिक्स ने 9 विकेट से घरेलू टीम मैसूर वॉरियर्स के खिलाफ एक तरफा जीत दर्ज कर ली। गुलबर्गा मिस्टिक्स टीम के सामने 161 रनों का लक्ष्य दिया गया था जिसे उसने 29 गेंद पहले 1 विकेट खोकर ही बड़ी आसानी से हासिल कर लिया।
रोहन पाटिल ने मैदान के चारों ओर जमकर हर गेंदबाज की पिटाई किया
कल शुक्रवार को हुए इस मैच की बात किया जाय तो बारिश के कारण कप्तान करुण नायर के नेतृत्व में पहले बल्लेबाजी करते हुए मैसूर वॉरियर्स की टीम ने 19 ओवर के मैच में 4 विकेट खोकर सम्मानजनक 160 रन का स्कोर खड़ा किया। लेकिन मैसूर वारियर्स का कोई भी गेंदबाज इस बड़े स्कोर को भी डिफेंड नहीं कर पाए। बल्लेबाज रोहन पाटिल ने मैदान के चारों ओर जमकर हर गेंदबाज की पिटाई किया ।मैसूर वारियर्स टीम की तरफ से सबसे अधिक रन पवन देशपांडे ने बनाए। उन्होंने 30 गेंदों पर 41 रनों की पारी खेली। उनके अलावा नागा भरत ने भी 35 रनों की पारी खेली।
भारत मे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू का मौका नहीं मिला
महाराजा टी-20 ट्रॉफी मे 20 साल के रोहन पाटिल ने इस सीजन में सिर्फ तीन मैच खेले हैं. अब तक के खेले तीन मैच में उनके नाम 201 रन (61 रन, 112 रन, 28 रन) है. रोहन पाटिल बेंगलुरु के सर सैयद क्रिकेटर्स क्लब की तरफ़ से फ़र्स्ट डिवीज़न क्लब क्रिकेट खेलते हैं,लेकिन उन्हे अभी भारत मे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू का मौका नहीं मिला है . रोहन पाटिल के पिता आनंद पाटिल केएससीए में एक समय में अंपायर थे, इसके पहले वाले मैच मे भी रोहन पाटिल ने हुबली टाइगर्स के खिलाफ खेलते हुये 40 गेंद में नाबाद 61 रन शानदार पारी खेली थी