भारतीय टीम में ऐसे बहुत से क्रिकेटर है जो अपने घरेलू मैदान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे रहे हैं। फिर उसके बाद उन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका प्राप्त होता है। वहीं कुछ क्रिकेटर अच्छे प्रदर्शन के बाद भी टीम इंडिया में उनका चयन नहीं होता है।
इंडिया में जबसे आईपीएल लीग की शुरुआत हुई है। तब से बहुत सारे युवाओं को टीम इंडिया में खेलने का मौका प्राप्त हुआ है। इस कारण आईपीएल को खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है। आज हम एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बात करेंगे जो शतक के साथ साथ तीहरा शतक भी लगाया है। लेकिन उसे एशिया कप में मौका नहीं दिया गया है। इसने 91 रनों की नॉट आउट तूफानी पारी खेली है। तब भी इन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका नहीं दिया गया।
यह बल्लेबाज ने मचाई तबाही
भारत में इन दिनों महाराजा ट्रॉफी लीग खेला जा रहा है। इस लीग का सातवां मुकाबला हुबली टाइगर्स व मैसूर वारियर्स के बीच में खेला गया। मैसूर वारियर्स के कप्तान करुण नायर ने आक्रामक रूप में बल्लेबाजी करते हुए नजर आते हैं। उन्होंने कई अविश्वसनीय शाॅट भी खेलते हैं। जिस वजह से इनके टीम मैच को जीतने में सफल रही।
सातवें मैच में करुण नायर ने 52 गेंदों का सामना करते हुए 91 रनों की धुआंधार पारी खेलते हैं। उस मैच में इनके बल्ले से 11 चौके और 3 गगनचुंबी छक्के देखने को मिलता है। 91 रन बनाने के लिए उन्होंने सिर्फ 36 गेंदों का सहारा लिए थे। जिसमें छक्के चौके की मदद से उन्होंने 14 गेंदों में 62 रन बना लिए। 29 रन दौड़ कर जिसमें सिंगल व डबल शामिल थे। उन्होंने 16 गेंद डाट भी की थी। इस पारी के बदौलत मैसूर वॉरियर्स ने इस मुकाबले को 10 विकेट से जीत जाता है।
भारत के लिए लगा चुका है तीहरा शतक
भारत के लिए करुण नायर छह टेस्ट मैच में खेले हैं। इन्होंने टेस्ट करियर में 374 रन बनाए है। इनकी औसत 62.33 है। उस दौरान इन्होंने एक शतक लगाने में भी सफल हुए। इसके बाद इन्हें भारत में खेलने का मौका बिल्कुल से समाप्त हो गया।