क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज गेंदबाजी करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम दर्ज है। साल 2003 में इंग्लैंड टीम के खिलाफ गेंदबाज़ी करते हुए शोएब अख्तर ने 161.1 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद को फेकी थी जो विश्व रिकॉर्ड में सबसे तेज गेंद फेंकने का अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हुआ था। तब से लेकर अभी तक 20 सालों में यह रिकॉर्ड किसी ने भी नहीं तोड़ पाया है। लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट टीम की एक महिला गेंदबाज ने इस रिकॉर्ड को तोड़कर सभी को हैरान कर दिया है। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज का नाम जिन्होंने शोएब अख्तर के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ डाला है इनका नाम लॉरेन बैल है।
लॉरेन बेल ने तोड़ डाला विश्व रिकॉर्ड
10 सितंबर 2022 यानी कि पिछले साल इंग्लैंड टीम की दिग्गज तेज गेंदबाज लॉरेन बेल ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खतरनाक तेज गेंदबाज शोएब अख्तर से भी तेज रफ्तार से गेंद तेज कर पूरे क्रिकेट जगत में एक अनोखा रिकॉर्ड कायम कर लिया था। यह कारनामा लॉरेन बेल ने अपने पहले डेब्यु मैच में ही करके दिखा दिया था। इस रिकॉर्ड को भारत के खिलाफ खेलते हुए 10 सितंबर को बनाया गया था।
आपको बताया नहीं कि लॉरेन बेल के सामने उनके पहले ओवर की दूसरी गेंद पर भारतीय महिला टीम की दिग्गज बल्लेबाज स्मृति मंघना स्ट्राइक पर थी। इसके बाद लोरेन बेल ने 173 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंक कर स्मृति मंधाना को भी हैरान कर दिया था। इस तेज रफ्तार वाली गेंद के आगे शोएब अख्तर के ऐतिहासिक विश्व रिकॉर्ड को चकनाचूर कर दिया। लेकिन लोरेन द्वारा फेंकी गई बिजली की रफ्तार से भी तेज गेंद को स्मृति मांधना ने बेहतरीन तरीके से खेल लिया था।
मैच के बाद लॉरेन बेल के द्वारा से की गई इस तेज रफ्तार वाली गेंद पर चर्चा दुनिया भर के लोगों ने करा था। सभी लोग इस गेंद की रफ्तार देखकर हैरान रह गए थे। लेकिन बाद में खबर सामने आई कि ऐसा कुछ भी नहीं था केवल तकनीकी खराबी के कारण टीवी स्क्रीन पर 173 रफ्तार के रफ्तार से गेंद को दिखा दिया गया था। आपको बताया नहीं कि असली वजह यह थी कि गेंदबाजी का स्पीड मीटर अचानक से खराब हो गया था जिसके कारण स्पीड ज्यादा दिखाने लगा था। इसी तकनीकी खराबी की वजह से लोरेन बेल की गेंद को इतनी तेज रफ्तार वाली गेंद बना दिया।