भारतीय क्रिकेट टीम इस समय T20 वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। T20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत का पहला मैच पाकिस्तान के विरुद्ध 23 अक्टूबर को खेला जाना है । भारतीय क्रिकेट फैंस को इस बार के वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया से काफी ज्यादा उम्मीदें हैं। वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया के कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल हो जाने से टीम इंडिया की तैयारियो को भी से काफी गहरा धक्का लगा है । रोहित शर्मा को टी 20 वर्ल्ड कप मे इस समय चोटिल खिलाड़ियों की भरपाई करने के लिए चुनौती भी सामने खड़ी हो गई है।
सबसे पहले टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाज जसप्रीत बूमराह और स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा चोट लगने के कारण वर्ल्ड कप टीम के हिस्सा नहीं बन पाए । अब हाल ही में रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर चुने गए दीपक चाहर भी चोट के कारण टीम से बाहर हो चुके हैं । भारतीय टीम को इन तीन महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को बाहर हो जाने वर्ल्ड कप अभियान थोड़ा मुश्किल भी साबित हो सकता है।
भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी का लगातार चोटिल होना बीसीसीआई पर एक बड़ा ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया । जिसका जवाब ढूंढना अब आवश्यक हो चुका है । बीसीसीआई ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों के चोटिल होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए अपनी चिंता भी व्यक्त की ह। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने चोटिल खिलाड़ियो की रिकवरी के लिए नए फिजियो के नियुक्ति का भी करने का फैसला कर सकती है
आइए एक नजर डालते हैं भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियो को लगातार चोटिल होने की समस्या से जुड़े कुछ पहलूओ पर –
1 – भारतीय क्रिकेट टीम का व्यस्त कार्यक्रम –
टीम इंडिया के के व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल के कारण खिलाड़ियो पर काफी ज्यादा प्रेशर देखने को मिलता है । टीम इंडिया ने इस साल जुलाई-अगस्त में इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज दौरा किया था . इसके तुरंत बाद ही सितंबर में यूएई मे खेले एशिया कप 2022 मे टीम इंडिया ने एशिया कप मे पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी टीमों से भिड़ती हुई दिखाई दी । . एशिया कप के दौरान ही स्टार आल राउंडर रवीन्द्र जडेजा को चोट लगने के कारण टीम इंडिया ने उन्हे वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट मे हाथ धो दिया । टीम इंडिया के खिलाड़ीयो को चोटिल होने से बचाने के लिए बीसीसीआई व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल को कम करने पर विचार करना होगा ।
2 – टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा थकाऊ कार्यक्रम आईपीएल शेड्यूल –
साल 2008 में भारत मे शुरू हुई आईपीएल अब यूरोप और अमेरिका की बड़ी-बड़ी स्पोर्ट्स लीग को न सिर्फ टक्कर देने लगी है । आईपीएल के एक मैच के खिलाड़ियो को मिलने वाली फीस औसत सैलरी के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी लीग बन गई है। करीब दो महीने चलने वाले आईपीएल के कार्यक्रम मे टीम इंडिया के कई खिलाड़ियो को चोट लगने का भय बना रहता है । बीसीसीआई को आईपीएल मे खेले जाने मैचो की संख्या को कम करने पर विचार करना चाहिए। इस तरीके से भी टीम इंडिया के खिलाड़ियो को चोट लगने वाली समस्या से बचा जा सकता है