वर्तमान समय में गौतम गंभीर जो भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रह चुके है। इन्होंने टी20 वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा खुलासा किए है। उन्होंने बताया कि इस समय सीनियर खिलाड़ियों के बीच क्या वार्तालाप हुई थी। कुछ सीनियर खिलाड़ियों ने इस बात को कहा था कि, ये वर्ल्ड कप जीतकर 1983 की बात को खत्म करो।
गौतम गंभीर ने इस बातचीत में कहा कि वो किसी को खत्म करने की बजाय भारत का नाम रोशन करना चहाता थे। और लोगों को खुश करना चहाते थे। टीम इंडिया ने साल 1983 में पहली बार कपिल देव की कप्तानी में लॉड्स के मैदान में वर्ल्ड कप जीता था।
हमें उनके नाम को खत्म करना है
गौतम गंभीर ने इंडियन एक्सप्रसे से सीनियर खिलाड़ियों के बारे में खुलासा करते हुए कहा, “दो या तीन सीनियर खिलाड़ी मेरे पास आए और उन्होंने मुझसे कहा कि हमें इस टूर्नामेंट को जीतना है, क्योंकि हमें साल 1983 की बात को खत्म करना है. हमे उनकी चीज़ों को खत्म करना है।”
सीनियर खिलाड़ियो को दिया था जवाब गंभीर ने अपनी बातचीत में आगे कहा,
“मैं यहां किसी को खत्म करने नहीं आया हूं. मैं यहां किसी की लाइन को छोटा करने नहीं आया हूं। मैं इसको अपनी लाइन बढ़ाने के लिए जीतना चहाता हूं। अगर मीडिया उन्हें 1983 से 2011 तक नौकरियां दे रहा है, तो यह मीडिया की समस्या है, हमारी नहीं।” हम इस वर्ल्ड कप को इसलिए जीतना चहाते हैं, क्योंकि हम अपने देश को खुश देखना चहाते हैं। यह वो चीज़ है जो भविष्य में बदलनी चाहिए।”
फाइनल में खेले थे आतिशबाजी पारी
2011 के वर्ल्ड कप में गौतम गंभीर शानदार पारी खेले थे। उस दौरान उन्होंने 122 गेंदों का सामना करते हुए 97 रनों की अहम पारी खेलते हैं। जिसमें उन्होंने 9 चौके लगाए रहते हैं। गौतम गंभीर के इस पारी के बदौलत भारतीय टीम ने 275 रनों के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लेते है।