क्रिकेट की दुनिया में आए दिनों हमें कुछ ना कुछ देखने को मिलता रहता है, कुछ ऐसे ही तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट की टेस्ट क्रिकेट के दौरान देखने को मिला। सालों से दोनों ने एक दूसरे को कभी देखा नहीं था। दरअसल बांग्लादेश के मौजूदा दौड़े से तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को बुलावा आया जहां टेस्ट क्रिकेट से उनकी दूरियां नज़दीकियों में बदल गई।
हम ऐसा इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि जयदेव ने आखिरी टेस्ट भारत के लिए दिसंबर 2010 में खेला था। जिसके दौरान अगर उनको बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले टेस्ट मैच के अंदर भारतीय टीम के तरफ से खेलने की अनुमति मिलती है तो उनके इस दूसरे टेस्ट मैच और अपने खेले गए पहले टेस्ट मैच के बीच 11 साल, 11 महीने और 23 दिन का फासला हो जाएगा।
वहीं पर यह एक अकेले ऐसे खिलाड़ी नहीं है जिन्होंने इतने लंबे समय के अंतराल के बाद कोई मैच को खेला है इनसे पहले टेस्ट क्रिकेट में सबसे लंबे फासला का रिकॉर्ड बनाने वाले लाला अमरनाथ का नाम आता है। जहां पर उन्होंने 1934 के बाद 1946 में अपना दूसरा टेस्ट मैच खेला था जिसके दौरान 12 साल और 129 दिन वह टेस्ट क्रिकेट से दूर रहे थे। यह अपने में ही एक पूरा रिकॉर्ड है।
खिलाड़ी जयदेव साल 2018 से लेकर 2019 के बीच अब तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट के अंदर 886.4 ओवर की है, 214 मेडन फेंके और 148 विकेट हासिल किए, जिसके दौरान उनका बॉलिंग औसत 19.10 का रहा है वहीं वोह तीन बार 10 विकेट और 10 बार 5 विकेट हासिल कर चुके हैं।