“ये सब उसकी वजह से हो पाया…” , मैदान के बीचो-बीच सूर्य ने जीता करोड़ भारतीयों का दिल, खुद को नहीं तिलक वर्मा को माना जीत का असली हीरो

WI VS IND

जैसा कि दोस्तों हाल ही में प्रोविडेंट स्टेडियम पर भारत और वेस्टइंडीज के बीच भिड़ंत हुई है। आपको बता दें यह मुकाबला पांच मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला था। वही दोस्तों मुकाबले की बात करें तो रोवमन पाॅवेल वेस्टइंडीज के कप्तान टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय करते हैं। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज टीम में अपने स्कोर बोर्ड पर 159 रनों का लक्ष्य रखा।

वही इस मुकाबले को जीतने के लिए भारतीय टीम को 160 रन बने थे। इस मुकाबले को भारतीय टीम ने सूर्या की तूफानी पारी के बदलत बेहद आसान तरीके से प्राप्त किया।

सूर्या ने खेली 83 रनों की धमाकेदार पारी

जैसा कि दोस्तों इस मुकाबले में सूर्यकुमार यादव आते ही वेस्टइंडीज के गेंदबाजों पर बरस पड़ते हैं आपको बता दे उन्होंने अपनी पारी की पहली गेंद पर चौका जड़ा, वहीं दूसरी गेंद पर अपने जाने माने अंदाज में थर्ड मैन के ऊपर से छक्का जड़ा। 44 गेंदों का सामना करते हुए 83 रनों की बेमिसाल पारी खेलते हैं इस बारे में उन्होंने 10 चौके और 5 छक्के जड़े। यह मुकाबला टीम इंडिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण था।

मुकाबला जीतने के बाद सूर्या का बड़ा बयान

शानदार पारी खेलने के बाद सूर्य को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला। वही पोस्ट सेरेमनी में सूर्या बोले,

”जब मैं पावरप्ले में बल्लेबाजी के लिए गया तो मेरा होना वास्तव में महत्वपूर्ण था। टीम प्रबंधन भी यही चाहता था। मैंने इन (रैंप और स्कूप्स) स्ट्रोक्स का बहुत अभ्यास किया है और मुझे ऐसा करना पसंद है’ हमने (खुद और तिलक ने) लंबे समय तक एक साथ बल्लेबाजी की है, हम दोनों समझते हैं कि एक-दूसरे कैसे बल्लेबाजी करते हैं और उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला।”

सूर्या ने तिलक के तारीफ में पढ़े कसीदे

सूर्या ने भी तिलक की जमकर तारीफ करते हुए कहा,

”बस खुद को अभिव्यक्त करना पसंद है। तिलक के साथ लंबे समय तक बल्लेबाजी की है। हम दोनों एक दूसरे को समझते हैं। उनके लिए साथ बल्लेबाजी करने का दिन था, वह काफी आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। मुझे अच्छी बल्लेबाजी करने में मदद मिली। दूसरे छोर पर तिलक की शानदार पारी थी।

यह मेरे दिमाग में चल रहा था (कि भारत ने कभी भी लगातार तीन टी20 मैच नहीं हारा है) लेकिन उसी समय हमने टीम मीटिंग में बात की, हमारे कप्तान ने कहा कि किसी को अपना हाथ बढ़ाने और मैच जीतने की जरूरत है, मुझे खुशी है ऐसा करने में सक्षम था।”

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