फौज की भर्ती में फेल हुआ तीन बार, ऑटो ड्राइवर पिता के मृत्यु, फिर भी टीम इंडिया के लिए खेलेगा यह घातक गेंदबाज

mukesh

वर्तमान समय में भारत के कई युवा खिलाड़ी उभरते हुए नजर आ रहे हैं। वर्तमान समय में टीम इंडिया साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज खेलती हुई नजर आ रही हैं। इस सीरिज में टीम इंडिया अभी 2-0 से बढ़त है। टीम इंडिया के बल्लेबाज शानदार प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं।

फौज में फेल तीन बार

मुकेश कुमार भारत के तेज गेंदबाज है। इनका जन्म बिहार के गोपालगंज में हुआ था। इनके गरीब होने के कारण इनके पिताजी कोलकाता में जाकर ऑटो चलाने लगे। मुकेश पहले गोपालगंज में क्रिकेट खेलते रहे उसके बाद जब उनका प्रदर्शन अच्छा हो गया तो इन्हें बिहार के अंडर-19 क्रिकेट में मौका मिला।

इन्होंने फौज के लिए जमकर प्रयास के लेकिन इन्हें 3 बार मेडिकल टेस्ट में फेल होना पड़ा। इसके बाद इन्होंने फैसला लिया कि मैं भी कोलकाता जा कर क्रिकेट खेलूंगा। यहां आर्थिक दिक्कतों के चलते खेप के नाम से मशहूर टूर्नामेंट में खेलने लगे जहां प्राइवेट क्लबों से प्रति मैच 500 रुपये मिलते थे। 2014 में बंगाल क्रिकेट संघ के ट्रायल में हिस्सा लिया. कोच रानादेब बोस ने उनकी प्रतिभा को पहचाना। रानादेब सर के कहने पर ही उन्हें ईडन गॉर्डन के एक कमरे में रहने की जगह भी मिल गई। 2015 में बंगाल के लिए पदार्पण किया।

चयनकर्ता को इंप्रेस किए

मुकेश यादव ने अपने हिसाब से सही चयनकर्ताओं को प्रभावित किए। सर्वप्रथम इन्होंने न्यूजीलैंड ए के खिलाफ फर्स्ट क्लास मैच में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए उसके बाद इन्होंने ईरानी कप में शानदार गेंदबाजी की। न्यूजीलैंड ए के खिलाफ इन्होंने 3 मैचों में 9 विकेट चटकाए थे। और इस साल खेले गए रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए 20 विकेट चटकाए। और ईरानी ट्रॉफी में इन्होंने भारत के लिए शनिवार के दिन 4 विकेट चटकाए। इनके गेंदबाजी के आगे सौराष्ट्र के टीम 100 रनों के अंदर सिमट गई। अगर इनका प्रदर्शन ऐसे ही सर्वश्रेष्ठ रहा तो एक दिन जरूर यह टीम इंडिया में खेलेंगे।

 

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