उसको लेके आते हो जो 12 साल से निकाला गया था बाहर, इन्फॉर्म को कर रहे बाहर, कैसी लगी टीम इंडिया की रणनीति

KULDEEP

बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच मे भारत की प्लेइंग इलेवन की घोषणा होते ही भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसक हैरान रह गए। भारतीय कप्तान केएल राहुल के द्वारा पहले टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच कुलदीप यादव को बाहर कर दिया गया था। टीम प्रबंधन को ऐसा लगा कि उन्हें ढाका की पिच पर 3 तेज गेंदबाज खेलने की जरूरत है. इसलिए, पहले टेस्ट में आठ विकेट चटकाए उस गेंदबाज को टीम से बाहर कर दिया । इस निर्णय के बाद से के एल राहुल के साथ-कोच राहुल द्रविड़ भी प्रशंसकों के गुस्से का शिकार हुए। सोशल मीडिया पर फैंस के अनुसार कुलदीप फिर से दुर्भाग्यशाली थे कि कप्तान केएल राहुल के ‘करीबी दोस्तों’ में नहीं थे।

उनादकट 12 साल के गैप के बाद अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे है

भारतीय बल्लेबाज महान और दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने भी हैरानी जताते हुए कहा कि कुलदीप को बाहर करना अविश्वसनीय था। उनके अनुसार मैन ऑफ द मैच को ड्रॉप करना, यह अविश्वसनीय काम है। यह अविश्वसनीय है कि आपने एक ‘मैन ऑफ द मैच’ को छोड़ दिया, जिसने 20 में से आठ विकेट लिए उसको ही टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया कुलदीप की जगह जयदेव उनादकट को टीम में शामिल किया गया है उनादकट 12 साल के अंतराल के बाद अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे थे।

पिच को देखते हुए कुलदीप को पूरे सम्मान के साथ खेलना चाहिए

गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर कमेंटरी के दौरान कहा कि आपके पास दो अन्य स्पिनर अक्षर पटेल और आर अश्वि) हैं। आज के मैच मे निश्चित रूप से इन दोनों स्पिनरों में से किसी एक को बाहर किया जा सकता था। लेकिन आठ विकेट लेने वाले इस व्यक्ति को आज पिच को देखते हुए पूरे सम्मान के साथ खेलना चाहिए था। गावस्कर ने कप्तान केएल राहुल के इस तर्क का जवाब देते हुए कहा कि विकेट का मिज़ाज के एल राहुल ठीक से समझ नहीं पाये। टॉस जीत कर बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में भारत ने बांग्लादेश को 227 रन पर आउट कर दिया

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