भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मैच ड्रा हो गया है। भारत ने इसी के साथ सीरीज भी 2-1 से जीत ली। अब दोनों टीमों के बीच 17 मार्च से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। यह मैच ख़त्म होते समय कई मजेदार पल देखने को मिले। मैच के पांचवें दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी दूसरी पारी में batting कर रही थी। इस पारी में 76 ओवर होने तक कप्तान रोहित शर्मा ने अपने मैन गेंदबाजों से गेंदबाजी कराई।
शुभमन-पुजारा ने फेंकी बॉलिंग
इसके बाद उन्होंने 77वें ओवर में शुभमन गिल को बॉलिंग दी। उन्होंने शुभमन के बाद चेतेश्वर पुजारा से भी बॉलिंग कराई । अगले ओवर में वह फिर शुभमन से करा रहे थे। इस ओवर के एक गेंद के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम के दोनों batsman मार्नस लाबुशेन और कप्तान स्टीव स्मिथ ने भारतीय कप्तान रोहित से बातचीत की और मैच को ड्रॉ कराने का फैसला किया। जब पुजारा और शुभमन बॉलिंग के लिए आए थे तब लाबुशेन और स्मिथ भी हसने लगे थे।
भारत WTC के फाइनल में पहुंचा
न्यूजीलैंड को श्रीलंका को हराने के बाद भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालिफाई कर चुका था। ऐसे में यह टेस्ट औपचारिकता मात्र था। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जून में ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा। ऐसे में रोहित भी काफी लाइट मूड में नजर आए और उन्होंने अपने main बॉलरो को आराम देने का फैसला लिया।
अश्विन ने किया comment
रोहित शर्मा के पुजारा-गिल बॉलिंग वाल्व फैसले पर अश्विन ने comment किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- मैं क्या करूं? जॉब छोड़ दूं? इसके बाद उन्होंने हंसने वाली इमोजी लगाई है। पुजारा ने मैच में लेग स्पिन गेंदबाजी की। इससे पहले भी वह एक बार और बॉलिंग कर चुके हैं। इससे पहले उन्होंने एकबार 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने बॉलिंग की थी। तब उन्होंने बिना कोई विकेट लिए दो रन खर्च किए थे। इस मैच में एक ओवर में पुजारा ने एक रन दिया, जबकि शुभमन ने 1.1 ओवर बॉलिंग की और एक रन दिया। शुभमन पहली बार क्रिकेट में बोलिंग कर रहे थे। लेकिन,पुजारा काउंटी चैंपियनशिप में ससेक्स के लिए कई बार गेंदबाजी कर चुके हैं।
चौथा test मे क्या हुआ
चौथे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले batting करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने 480 रन बनाए थे। उस्मान ख्वाजा ने 180 रन और कैमरन ग्रीन ने 114 रन बनाए। अश्विन ने छह विकेट लिए थे। बाद में भारत ने अपनी पहली पारी में 571 रन बनाए और 91 रन की बढ़त प्राप्त की। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में दो विकेट पर 175 रन बनाए और मैच ड्रॉ कराने का फैसला लिया। भारत ने नागपुर में पहला टेस्ट पारी और 132 रन और दिल्ली में दूसरा टेस्ट छह विकेट से जीता था। इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने नौ विकेट से मैच को जिता था।