फिलहाल में टीम इंडिया का मुकाबला साउथ अफ्रीका से हो रहा है। पहले इन दोनों टीमों के बीच 3 T20 सीरीज खेली गई। जिसमें टीम इंडिया ने 2-1 से विजय प्राप्त की। अब इन दोनों के बीच तीन वनडे सीरीज खेली जा रही हैं। जिसका पहला मुकाबला लखनऊ के अटल विहारी वाजपेयी एकाना स्टेडियम में खेला गया। जहां पर टीम इंडिया ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला करते हैं। बारिश के चलते मैच स्कोर 40-40 ओवर का खेला गया। साउथ अफ्रीका ने 40 ओवर में 249 रनों के लक्ष्य को टीम इंडिया के सामने रखती हैं। लेकिन टीम इंडिया इस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाती है और पहले मैच को 9 रनों से हार जाती है।
मैच समाप्त होने के बाद साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन इस भारतीय खिलाड़ी का तारीफों के पुल बांध देते हैं। डेल स्टेन के अनुसार इस भारतीय युवा खिलाड़ी में युवराज सिंह की तरह ही एक ओवर में 6 छक्के लगाने की काबिलियत है।
डेल स्टेन ने इस खिलाड़ी को बताया महान
पहले वनडे सीरीज में भारतीय टीम के विकेटकीपर संजू सैमसन 86 रनों की धमाकेदार पारी खेलते हैं। इनके इस पारी को देखकर डेल स्टेन इनसे काफी ज्यादा प्रभावित होते हैं। डेल स्टेन ने कहा जब रबाडा ने 39वें ओवर में नो बॉल फेंकी तो वह काफी नर्वस फील कर रहे थे उन्हें लगा कहीं युवराज की तरह सैमसन भी 6 गेंदों पर 6 छक्के न लगा दें। आखरी ओवर में टीम इंडिया को जीत के लिए 30 रन की जरूरत थी लेकिन संजू सैमसन केवल 20 रन ही बना पाते हैं।
संजू सैमसन में है युवराज सिंह जैसी काबिलियत : डेल स्टेन ने संजू सैमसन की तारीफ करते हुए कहते हैं कि,
“शम्सी आखिरी ओवर करने जा रहा था और संजू सैमसन जानता था कि उनका (शम्सी) दिन खराब है। जब रबाडा ने नो बॉल फेंकी तो मैं नर्वस था। क्योंकि संजू सैमसन एक ऐसा खिलाड़ी है, जिसमें युवराज सिंह की क्षमता है। जो उन छह छक्कों को हिट कर सकता है और जब उसे 30+ की आवश्यकता हो। ऐसे में वह टीम को जीता सकता है। मैंने उसे आईपीएल में देखा था। गेंदबाजों को नीचे गिराने और बाउंड्री मारने की उनकी क्षमता, विशेष रूप से खेल के अंतिम 2 ओवरों में, अविश्वसनीय है”।
संजू सैमसन ने कही बड़ी बात
भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज अंतिम गेंद ताज क्रीज पर मौजूद थे, लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला सके। संजू सैमसन ने इसके बाद कहा था कि,
“साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों ने वास्तव में बहुत अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन तबरेज शम्सी थोड़ा महंगा साबित हो रहा था और हमें लगा कि हम उसको निशाना बना सकते हैं। मुझे पता था कि उसका एक ओवर बचा हुआ है और अगर हमें 24 रन की जरूरत होती तो मुझे पूरा विश्वास था कि मैं चार छक्के लगा सकता हूं। हम आखिर तक जीतने का प्रयास करना चाहते थे। यही हमारी रणनीति थी”।