आजादी के 75 वर्ष होने के बाद इंडिया महाराजा और वर्ल्ड जायंट्स के बीच मुकाबला खेला गया। यह मुकाबला काफी रोमांचक साबित हुआ। पारी की शुरुआत वर्ल्ड जायंट्स करती है। इन्होंने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 170 रन बनाते हैं। इंडिया महाराजा के बल्लेबाज इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मैदान पर उतरते हैं। इंडिया महाराजा की बल्लेबाजी शुरुआत में अच्छी साबित नहीं होती है। लेकिन इन्होंने इस लक्ष्य को 8 गेंद पहले ही प्राप्त कर लेते है। और इस मुकाबले को छह विकेट से जीत जाते हैं। पंकज को मैन ऑफ द मैच का खिताब सौंपा गया।
वर्ल्ड जायंट्स ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया। वर्ल्ड जायंट्स टीम के केविन ओ’ब्रायन और हैमिल्टन मसाकाद्जा ने पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़े। इस बीच मसाकाद्जा 15 गेंद में 18 रन बनाए। केविन ओ’ब्रायन ने 31 गेंद खेलकर तूफानी 52 रनों की पारी खेली। इसके बाद दिनेश रामदीन ने तेज बल्लेबाजी करते हुए 29 गेंदों में नाबाद 42 रन बनाए। कैलिस 12 और थिसारा परेरा 16 रन बनाकर पवेलियन लौट जाते है। इस सभी बल्लेबाजों के सहयोग से इन्होंने 170 रनों के लक्ष्य को इंडिया महाराजा के सामने रखते हैं।
डिंडा के ओवर की बची 2 गेंद डालने आये कैफ ने खतरनाक बल्लेबाजी कर रहे परेरा को आउट किया। इंडिया की तरफ से पंकज ने 5 विकेट लिए। वहीं श्रीसंथ ने 3 ओवर में 46 रन खर्च किये.श।
इंडिया महाराजा टीम की शुरुआती बल्लेबाजी खराब नजर आती है। टीम के सलामी बल्लेबाज पार्थिव पटेल 18 रन और वीरेंद्र सहवाग मात्र 4 रन बनाकर पवेलियन लौट जाते हैं। जिसके बाद तमनय श्रीवास्तव ने शानदार अर्दशतकीय पारी खेली है। उन्होंने 39 गेंद में 8 चौके और एक छक्के की मदद से 54 रन बनाए।
इस पारी के दौरान युसूफ पठान का स्ट्राइक रेट 142 का रहता है। इन्होंने इस पारी के दौरान 35 गेंदों में 50 रनों के आतिशबाजी पारी खेलते हैं। जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल हैं।
इंडिया महाराजा की प्लेइंग इलेवन : वीरेंद्र सहवाग, मोहम्मद कैफ, एस बद्रीनाथ, युसूफ पठान, स्टूअर्ट बिन्नी, जोगिंदर शर्मा, रीतेंदर सिंह सोढ़ी, इरफान पठान, पार्थिव पटेल, नमन ओझा, एस श्रीसंत, हरभजन सिंह (कप्तान), अशोक डिंडा, आरपी सिंह और अजय जडेजा।